दिसंबर तो आ गया, अब तुम कब आओगे जहां से तुम गुजरे थे वो रस्ता फिर से आ गया,,सर्द हवायों को लिए फिर से दिसंबर तो आ गया. नासमझ दिल की प्यास तुम कब बुझायोगे,,प्यासी आँखों में कब हक़ीक़त बन के आयोगे. दिसंबर तो आ गया,,अब तुम कब आयोगे #2liner#2linner#december#nojotonews#nojotohindi#hindishayari#punjabishayari#urdushayari Rati Garg Poetry_girl_020 aditi pandey manjistha jana Devika sharma Gori