हिन्दी दिवस की शुभकामनाएं हिन्दी हूँ हाँ हिन्दी हूँ मां भारती के माथे की बिन्दी हूँ प्रखर हूँ , वृहद हूँ, संम्पुर्ण विश्व की आवाज हूँ भूत हूं , भविष्य हूं ,बदलते परिवेश का आज हूँ आन हूँ ,बान हूँ, हर हिन्दी की शान हूँ महकते गुलशन का ताज हूँ देखे है उतार चढ़ाव मैंने गुलामी का जंजीरों से निकला माहताब हूँ दिलो में जोश को भरने वाली तुफानों में जलती लौ का शबाब हूँ अदद खड़ा हिमालय हूँ झर झर बहती कालिन्दी हूँ हिन्दी हूँ हाँ हिन्दी हूँ मां भारती के माथे की बिन्दी हूँ हिन्दी दिवस #nojotahindi #nojoto