सोचा कर लूँ आज इज़हार-ए-मोहब्बत! करोगे तो नहीं न इंकार और रुख़सत! बेहिसाब चाहा है तुझे, माँगा है ख़ुदा से हर जन्म! तेरे इक़रार को मैं बनाऊँ अपनी ताक़त! बसा कर रूप तेरा इस दिल में, फ़िर ना देखू मैं किसी और की तरफ़!! Sublime Inscriptions brings you Weekly challenge 🖤 WCSI002🖤 #इज़हार_ए_मोहब्बत (Expression of Love) Collab open for all. सहभागिता सबके लिए खुली है। Maintain aesthetics. शब्दों की मर्यादा का ध्यान अवश्य रखें ।