कुछ ताने बाने थे मोहब्बत के, कोई मांझे सा तेज़, कोई रेशम सा मुलायम, कोई कच्ची डोर सा नाजुक, तो कोई फंदे सा कायम, कुछ टूट गए तुमसे, कुछ छूट गए हमसे, कुछ उलझ गए जिनसे, वो सुलझ ना पाए हमसे, होकर यूँ बेफिक्र, मैं ज़िन्दगी उड़ाता गया, लोग आकर काटते गए, मैं नादान कटाता गया, मेरे ताने बाने मोहब्बत के, ऐसे बुने लिए थे मैंने, लोग आकर उधेड़ते रहे, मैं उन्हें बनाता गया। ©Gaurav Chauhan मोहब्बत की कहानी #weavingwords #Weaving #mywords #feelingsinwords #Chauhan #love❤ #coldnights