जिंदगी कुछ यूँ कटी हमारी कि सोच समझकर सारे काम हुए, फिर भी जिस गली से गुज़रे बहीं बदनाम हुए/ बचपन में लगता था ये ज़माना थोड़ा सख्त है, उम्र ढ़लने के बाद पता चला ये साला कमबख्त है / एक उस खुदा ने भी अलग ही खेल रचा है इस ज़माने को बनाने में, इंसान की सारी जिंदगी निकल जाती है जरा सी इज्जत कमाने में / इंसान में तो बैसे ही प्यार नहीं था और ऊपर से जली - कटी बात बना दी, थोड़ी सी कसर बाकी थी तो इंसान ने ज़ात बना दी / Written by : Priyanshu Rajput #Heartlessworld