मिज़ाज-ए-सहीफ़े तन्हा रहकर ख़ामोशी इख़्तियार किये रहना,जैसे की मिरी जुबां तक लफ्ज़ का आना और फ़ना हो कर रह जाना, कुछ न कहना बस टूटकर कोरे काग़ज़ पर अल्फ़ाज़ों का बिखर जाना जैसे की मिरा ज़िन्दगी से शिक़स्त मिल कर टूटकर बिखर जाना, सहीफ़े मिरी बड़ी बाकमाल लगती है, दर्द-ए-सैलाब सारे राज़ को राज़ रखती है छुपाकर ग़म सारे मिरे बनावट की मुस्कुराहट से चेहरा मिरा गुलज़ार रखती है, ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ आज का शब्द है "सहीफ़े" "sahiife" जिसका हिन्दी में अर्थ होता है किताब, धर्मग्रंथ एवं अंग्रेजी में अर्थ होता है revelatory books. अब तक आप अपनी रचनाओं में धर्मग्रंथ शब्द का प्रयोग करते आए हैं। उसकी जगह आप इस उर्दू शब्द सहीफ़े का प्रयोग कर सकते हैं। ♥️ उदाहरण :- मुझ से नादाँ की किताबें न समझ पाए हैं तू समझता है ये समझेंगे सहीफ़े ऐ ख़ुदा