कई बार ऐसा होता है ना कि बहुत सारे शब्द होते हैं बोलने के लिए लेकिन अंदर से ही होता है कि “छोड़ ना यार क्या कहना?क्यों बोलूं? किसके लिए बोलो?” अंदर इतना सारा गम भरा हुआ होता है जिसको बाहर निकलने जाएंगे तो अच्छा नहीं बहुत बुरा लगेगा क्योंकि कई बार चुप रहने में जो खुशी है और जो सुकून है वह बोलने में नहीं है.इसीलिए मैं कहता हूं अगर जिंदगी में परेशानिया बढ़ चुकी हो और रास्ता ना दिखे तो समझ जाओ कि शांति से अपने उस डिसीजन को सक्सेस करके दिखाओ जो तुम लेने वाले हो उससे फायदा होगा कि जो आप कुछ समझने की कंडीशन में वापस आऊंगा तब तक आपके साथ जिंदगी में अच्छा हो चुका होगा। ©YESHKHU13 #crypto #bitcoin #cryptocurrency #blockchain #btc #ethereum #forextrading #bhfyp #SuperBloodMoon