घना अंधेरे मे तुझे तलाशने लिए निकलें हुए है, बेरहम तकदीर से तुझे छिने के लिए निकलें हुए हैं। आब चाहे कुछ भी हो अंजाम मेरी चाहत का, शमा को जला के सिनेमे निकलें हुए हैं। शमा