#OpenPoetry वो इश्क़ मोहोबत से दूर भागता है मुझ जैसा ही कोई शख़्स, मोहब्बत का दर्द लिए भागता है । उसे पता नही मेरे गाँव से सड़क दूर है आखिर थक ही जाता जो रोज़ इतनी दूर भागता है हम से इश्क़ मोहोब्बत करते करते ना कोई बजह के, युही इतनी दूर कौन भागता है। हमारी तुम्हारी दो वक्त की ही तो बात थी आखिर इतनी जल्दी इतनी दूर कौन भागता है। ~रhul #openpoitry #new #rahul #poitry