तुम्हें पाया है मैंने ख्वाबों में, चाहत का दरिया हूं मैं, और तू अताह सागर, समा ले मुझे अपने अंदर, मैं कब से प्यासा। 🌝प्रतियोगिता-36 🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌷"खोने का डर"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I