ग़र हो लगन कुछ करने की रास्ते आवाज देते है चलने की ! जो सोया रहा रात भर नींद से , मंजिल कहां है उसे मिलने की !! -- अनवर हुसैंन अणु भागलपुरी ©Anwar Hussain Anu Bhagalpuri #ज्जबा