पैरों से थिरकन न उतरी जब दर्द बाँध हर घुँघरू से नृतकी नाचती रही रात भर ! पैरों ने तो फिर भी तोड़ा दम मगर हर इक झनक झाँझर की फूँकती रही हौसलों में प्राण रात भर ! वो हर रात होती वाबस्ता इक नये दरिंद से दब जाती थी चीखे चादर की सिलवटों में कहीं उलझकर फिर वो अपने उज़डे यौवन को सँजोती रही रात भर फिर भी इक धुन मल्हार की गूँजती रही रात भर !! #yqpain #pain #yqdidi #yqhindi #ghungroo #love #life #surajaaftabi