चल ले चल मुझे एक ऐसे देश मे, जहाँ खुशियाँ मिले तारों के भेष में, मंथर हो कलियों सा,भँवरों का गुँजार, न हो विद्वेष हो समूल समष्टि में हो प्यार। 🌝प्रतियोगिता-94 🌝 ✨✨आज की रचना के लिए हमारा शब्द है ⤵️ 🌹"चल ले चल मुझे"🌹 🌟 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है I कृप्या केवल मर्यादित शब्दों का प्रयोग कर अपनी रचना को उत्कृष्ट बनाएं I