तेरी हथेलियों में, अपने नाम की लकीरें ढूँढती हूँ। और तेरी ही लकीरों में, अपनी तकदीरें ढूँढती हूँ। तेरे अक्स में खुद को और खुद में तेरी तस्वीरें ढूँढती हूँ। तू चल दे जिस भी राह, वहीं अपनी तदबीरें ढूँढती हूँ। तुझसे ही जिंदा है हर हर्फ़ मुझमें, तुझमें ही सारे जहान की तहरीरें ढूँढती हूँl हाँ माना, अजीब है ये सब पर तेरे हाथों की लकीरों में ही मैं अपने नाम की तकदीरें ढूँढती हूँ।। #paruldiaries#lakeerein#takdeerein#tadbeerein#tahreerein#aks