साड़ी में लिपटे देखे है मैंने जनाज़े बेटियों के जब हमसफर उनकी पसंद का नही होता शराब थामे देखे है वो लाडले अपनी माँ के जब प्यार उनका उसके साथ नही होता वो बाप फाहा लेते देखे है निराश आँखे लिए हुये जब बेटी का विस्वास उसके साथ नही होता बिलखती माँ भी देखी है उन लड़कों की मैंने जब किसी लड़की के लिए उसका लाडला रात भर नही सोता खुशियो के चूल्हों पर देखे है समाज के वास्ते चढ़े मैंने जब एक विवाह उनके हिसाब से नही होता ©Neeraj Jangra #neerajjangra #nojoto #nojotohindi #nojotopoerty #nojotoshayri #Best_Poetry #Poetry_Online #Motivation