.......विरोधाभास....... शहरों में मकान महँगे हैं, घर कैसे बनाया जाय ? गाँवों में जमीन सस्ती है, मकान कैसे बनाया जाय ? शहरों में हवा-पानी अशुद्ध है, स्वस्थ कैसे रहा जाय ? गाँवो में खान-पान शुद्ध है, इलाज कैसे कराया जाय ? विद्यालयों के भवन बहुत अच्छे हैं, प्रवेश कैसे पाया जाय ? पाठशालाओं में शुल्क बहुत कम है, बच्चों को क्या पढ़ाया जाय ? शरीर का सौष्ठव व सौंदर्य अच्छा है, वस्त्र कैसे पहना जाय ? पहनने को पर्याप्त कपड़े नही हैं, शरीर कैसे ढका जाय ? जिंदगी में सब कुछ हासिल है, जीवन कैसे जिया जाय ? जीने का कोई उद्देश्य नही है, जीवन कैसे जिया जाय ? ............कौशल तिवारी . ©Kaushal Kumar #विरोधाभास