Nojoto: Largest Storytelling Platform

क्यों भटके हम कहीं और सुकूं की तालाश में, मौला! मे

क्यों भटके हम कहीं और
सुकूं की तालाश में,
मौला!
मेरा दिल ही काफी हैं मेरा मिजाज 
रखने के लिए।

©Anamika Patel #seflLove
क्यों भटके हम कहीं और
सुकूं की तालाश में,
मौला!
मेरा दिल ही काफी हैं मेरा मिजाज 
रखने के लिए।

©Anamika Patel #seflLove