बंज़र ना हो जाए जीवन दो बूँद बचा लेना दिल का एक नम कोना आँखों का सब्ज़ होना जाते हो शहर मितराँ ये ख़त पहुँचा देना इन घरों की देहरी के दीपक को जगा देना सुना है रोशनी है जगमग है शहर तुम्हारा इन बुझती आँखों को हक़ भर लौटा देना परदेश की मजबूरी बेशक़ ही रही होगी पर देश की मिट्टी को न मिट्टी में मिला देना वो पहला सबक माँ का एक घर प्यारा-प्यारा तुम माँ का वतन जैसा घर ये बचा लेना क़ुदरत की नेमत का इतना तो शुकर करना इंसान को इंसाँ का कुछ फ़र्ज़ बता देना #toyou #yqlife #yqhome #yqlove #yqnation #yqhumanity #combatingthepandemic