चांद से मुलाक़ात करने आई हूँ कुछ अपनी बातें तो कुछ उसकी बातें सुनने आई हूँ... मैं चांद से फिर से मिलने आई हूँ..! कहता है मुझमे बहुत नूर है चेहरा है जैसा वैसा ही मेरा हूर है.. पाक हूँ मै जबहि तो ईद के चांद का नूर हूँ मैं.. आज मैं उससे अपने दिल की बात रुबरु कहने आई हूँ.... चांद से मुलाक़ात करने आई हूँ...! usha.... ✍ Good night... 😎 #mulakate raat ki