दिल को समझाने , कहाँ जाएँ । दिल को ,बहलाने, कहाँ जाएँ । पता नहीं रूठ के, कहाँ चले गए, कहाँ उन्हें ढूँढें , मनाने कहाँ जाएँ । समझना जरूरी नहीं, हर बात का ,"फिराक़", जियूँगा अपनी ज़िन्दगी,सब भाड़ मे जाएँ ।। कभी कभी कुछ भी समझ में नहीं आता... #समझनहींआता #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi