घर का सारा बोझ उन्हीं पर है बहुत नित काम सुबह से हो जाय शाम फिर भी उन्हें नहीं आराम शाम को सबका बिस्तर लगाना सुबह चौका-बर्तन से लेकर वो दौड़ती हैं वो अकेली घर मे उम्र हो गई, थक जाती पल भर मे हैं दो बेटे पर दोनों सहर मे बेटी भी है पर वो अपने घर मे फिर भी सोती वो नित फोन पर लेकर सबकी खबर वो दौड़ती खुद हसना भुलकर भी सबको हसाती मेरे दर्द को दूर करती खुद के दर्द छुपाती उम्र हो चुका है उनका पर वो कभी ये ना जताती बाबा की एक बात पर वो झट से खड़ी हो जाती #hindiquote #mojetoquote #mojetohindi #maa #life #happy #mylife