ये धरती गोल है ये दुनियां भी गोल है इंसान की नीयत भी है गोल ये सब बातों का पिटारा इसको ध्यान से खोल हर बोल का मतलब आज कुछ और कल कुछ और इंसान की किस्मत हो या नीयत सब जाती है डोल आज है मिट्टी तो कल अनमोल रख भरोसा खुद पर और रब पर जिसकी हर बात का है मोल इस दुनियां की हेरा फेरी में जो ना होना हो गोल ©Dr Supreet Singh #सच्च