प्रेम को प्रेम से प्रेम करो तो प्रेम हो ही जाता हैं प्रेम के लिये तरीके की जरूरत नही होती आओ अन्ताक्षरी खेलें।अन्ताक्षरी का छठा दिन। पहला शब्द - प्रेम नियम:- 👉यह एक साप्ताहिक अन्ताक्षरी प्रतियोगिता है। इसमें आप सभी लेखक और लेखिका कोलाब कर अपनी रचना लिख सकते है। 👉पंक्तियों की कोई बाध्यता नहीं है।