अमन और सुकून प्यार और भाईचारा क़ायम हो वतन में दँगा और फसाद नफ़रत और भुखमरी ख़त्म हो वतन से पहली और आख़िरी ख़्वाईश है बस यही मेरी। सभी दोस्तों को प्यार भरा "नमस्कार" 🎀 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है । आज का शीर्षक है : डर लगता है #आखरी_ख्वाहिश