"क्यों" और "कैसे" होती है, यह "मोहब्बत", ना आज तक किसी तो पता है, ना ही कोई "जान" पाएगा, "विश्वास" है "मुझे", यह एक "तरफ" तो नहीं हो सकती, आग "तुम्हारे'दिल" में भी यही है, लेकिन "इजहार" ए "मोहब्बत" तुम्हारी "जुबां" से , सुन पाएंगे तो ज्यादा "मजा" आयेगा।। -@Mándhōlia #love #shyati #loveqouts