रोका हमनें बहुत इस दिल को, उस ओर ना जाए। अरे वहां मोहब्बत नहीं, दर्द का दरिया है पर ये दिल कहां किसी की सुनता है, इसे तो बस अपनी मनमानियां ही करनी आए।। अब तक बचा के रखा था, इस दरिया से कहीं दिल की कश्ती दरिया की गहराई में न डूब जाए। पर किस्मत को मंज़ूर था, ये दर्द अब किस्मत से भला कोई कैसे बच पाए।। #manmaani #dard_ka_dariya #lovequotes #mere_alfaaz #nojotopoem