सड़को के किनारे टिमटिमाते थे कुछ लम्बे लम्बे खम्बो की कतारें दूर दूर तक फैला सन्नाटा कुछ सौंधी सौंधी खुशबू आती है सर्द हवाओं की मिट्टी से एक चन्द्रमा दूर गगन में था और वही कही चमकते थे कुछ तारे चल दिए थे हम वहां अकेले जहां अंधेरों ने थे पांव पसारे औंधी पड़ी थी आसमां सिर पर और हम चल रहे थे जमीं पर सड़को के किनारे टिमटिमाते थे कुछ लम्बे लम्बे खम्बो की कतारें दूर दूर तक फैला सन्नाटा कुछ सौंधी सौंधी खुशबू आती है सर्द हवाओं की मिट्टी से एक चन्द्रमा दूर गगन में था और वही कही चमकते थे कुछ तारे