कसूर दिल का नहीं, इन आँखों का होता है, देख के किसी की आंखों में, उनकी तस्वीर इस दिल में छापना, ये इन्हीं का मकशद होता है, फ़िर रोकर, पलकें गिराकर खुद को निर्दोष और इस दिल को गुनाहगार बनाने में भी, हाथ इन्हीं का होता हैै... #176thquote