आज-कल हॉस्टल मे वो हमारी पहली मुलाकात, मस्ती और मजाक जो किये थे बिहारी दोस्तो के साथ, कितनी यादों से भरी होती थी वो सुबह तक जागने वाली रात, सीनियर्स को आवाज़ों से चिढाना, और रात भर बैठ कर पेपर आउट करवाना जूनियर्स को हैंडल करने की प्रैक्टिस करना सुबह सुबह तेरा ,खेत पर जाना, भंडारों का स्कोर बड़ाना ,छत पर सबको ले जाकर सुलाना, सर्द रातों को धुएं में उड़ाना,मेरी नमकीन और मिठाई को ,चुपके से साफ कर जाना, बलिया बाली को राहुल अभी है नहीं कहकर सताना" तुझे पद्मावत देखने के लिए उकसाना, सब याद आता है,यार तेरा साथ बड़ा सताता है, शुक्रिया तेरा मेरे सेमीबिहारी भतीजे है, हमारी जिंदगी में आने के लिए , हॉस्टल की लाइफ को और हसीन बनने के लिए, जन्म दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ मेरे दोस्त राहुल राजपूत उर्फ यादव "बागी बलिया वाले" हॉस्टल मे वो हमारी पहली मुलाकात, मस्ती और मजाक जो किये थे बिहारी दोस्तो के साथ, कितनी यादों से भरी होती थी वो सुबह तक जागने वाली रात, सीनियर्स को आवाज़ों से चिढाना, और रात भर बैठ कर पेपर आउट करवाना जूनियर्स को हैंडल करने की प्रैक्टिस करना सुबह सुबह तेरा ,खेत पर जाना,भंडारों का स्कोर बड़ाना,छत पर सबको ले जाकर सुलाना, सर्द रातों को धुएं में उड़ाना,मेरी नमकीन और मिठाई को ,चुपके से साफ कर जाना,