माँ पर एक गीत- माँ के क़दमों में है सारे तीरथ धाम, कर लो सेवा तो बन जाएं बिगड़े काम।-2 कर लो सेवा..... निःस्वार्थ भाव से माँ ने ही है करम किया, नौ महीने कोख में रखा जन्म दिया। हाँ नौ महीने कोख में रखा जन्म दिया माँ के होने से ही है हम सबका नाम , कर लो सेवा तो बन जाए .... इस जीवन में माँ ही है ईश्वर का रूप, जिसकी महिमा गाते हैं ईश्वर भी खूब। जिसकी महिमा गायी है वेदों में खूब हाँ जिसकी महिमा गाते हैं..... मातृ पितृ की सेवा से मिलते हैं राम माँ की पूजा से बन जाते बिगड़े काम। माँ के क़दमों में है सारे तीरथ धाम। कर लो सेवा तो ।..... - दुर्गेश बहादुर प्रजापति माँ पर मेरा एक गीत...