टूट न जाए बड़ी मुश्किल से संभालता हूँ । मोबाइल सा संजो कर रखता हूँ दिल अपना।। टूट न जाए बड़ी मुश्किल से संभालता हूँ । मोबाइल सा संजो कर रखता हूँ दिल अपना।। #टूट #न #जाए #बड़ी #मुश्किल #से #संभालता #हूँ । #दिल #अपना #मोबाइल #सा #संजो #कर #रखता #हूँ।। #ललितकुमारगौतम #lalitkumargautam #parnassianscafe