जीवन की किताब
आज जीवन की किताब खोली तो कुछ गुजरे पल सामने आए।
कुछ गुजरे पल तो कुछ अफसाने कुछ तराने सामने आए।
कुछ पन्नों पर आंखें नम तो कुछ पर मुस्कुराहट आई
गुजरे पल में कुछ अपने और कुछ बेगाने याद आए।
कुछ अनकही बातें कुछ तराने याद आए कुछ यादों के किस्से कुछ अफ़साने याद आए कुछ दिल के करीब कुछ लफ्ज़ों में कुछ दुआओं में शामिल थे कुछ पल परेशानियों के कुछ खुशियों के खजाने याद आए।