ज़िंदगी की ग़ज़ल को हमनें कुछ यूँ गुनगुनाया है, कि तज़ुर्बे का कांटा लगने पर हम आह नहीं वाह करते हैं। #dearsdare #jindagi #tajurba #kante #aah #vaah