किसी न किसी वजह से नासमझ , हर चलने वाली चीज को रुकना पड़ता है । रास्तें कितने भी कठिन क्यों न हो , हर किसी को कठिनाइयों से लड़ना पड़ता है । इसलिए पत्थर कितना भी बड़ा हो , हर हाल में उसे भी टूटना पड़ता है । तू किस्मत से हार कर यूँ मायूस ना बैठ , क्योंकि मतलाबी इंसानों को समझना पड़ता है । #INSANO KI SAHI PACHAN KRO