Crying is normal विधवा, सफेद साड़ी में एक जिंदा लाश बनकर कफ़न ओढ़कर जिंदगी को ढो कर विधवा, सफ़ेद साड़ी में एक किता आश बनकर बच्चों को पालकर उनके सपनों को सालकर जीनें को मजबूर है अपने सपनों से कोसों दूर है। ©Shree Raj #Widows palak gupta Er.ABHISHEK SHUKLA Sanjay "Shaagil" Riⷭyⷴaͩ Raⷴjⷴpͮuͦtⷡ POOJA UDESHI