जगा इस दिल मे विश्वास के अनन्य खास स्वप्न, फिर अचानक से क्यों अपना ली इतनी बेरुखी? नहीं थे कोई सवाल जवाब तेरे किसी शब्दों पर, पर आज जवाब चाहिये, क्यो हो इतने तुम दुखी? सभी दोस्तों को प्यार भरा "नमस्कार" 🎀 विषय के शब्द रचना में होना अनिवार्य नहीं है । आज का शीर्षक है : #जवाब_चाहिए