कसमें और वादे कल तक वो मेरी कसमे खाया करती थी, वो सिर्फ मेरी है,सबको बतलाया करती थी। अचानक उनको क्या हो गया है,जो मुझे याद भी नही करती, कभी मेरी याद मे रोया करती थी। वो कितनी भी दुखी हो फिर भी, झुठी खुशी दिखलाया करती थी। जब भी बोलता था कि उदास क्यों हो, बार-बार मेरी बातों को झुठलाया करती थी। जब उनसे पूछता कब तक साथ दोगी, इधर-उधर की बातें कर मुझे फुसलाया करती थी। मेरे गुस्सा होने पर,मेरा ही वादा मुझे ही याद दिलाया करती थी, कल तक वो मेरी कसमे खाया करती थी। ~mid_night_poet~ #kasme #yaad #meri_nind #mid_night_poet