#दोहरीकरण आगे की विचार कैप्शन में पढ़े। #दोहरीकरण आज आप यूट्यूब खोलेंगे तो कई ऐसे वीडियो मिल जायेगे जिसमे दिल्ली के लोग बिहारी लोगों का मजाक या उनकी पहचान बताते है, गौरतलब है कि हर बड़े इम्तहान को पास कर लेते है ये वाक्य कई बार सुनने को मिल जाता है। फिर सब अपने अपने नजरिये से बुराई करते है और आख्रिर में बोलते है कि है वो IAS ज्यादा बनते है। ख़ैर अब मैं आप से ये पूछना चाहता हु की आख़िर फटी जीन्स ब्रांड के कपड़े और लुक पे ध्यान नही देते क्योंकि उनकी आखो में ख्वाब होते है वो भी खुले आँखों मे जिन पे होती है परिवार की उम्मीद पिता की आस माँ की प्राथना बहनों की इच्छा सब जुड़ी होती है। और कुछ कर गुजरने का जज़्बा उन को खींच लाता है दिल्ली और हा मैं खुल के बोल सकता हु की बिहारी के वजह से ज्यादातर इंस्टीट्यूट होस्टल पेइंग गेस्ट चल रहे है । दिल्ली के अर्थ में बिहार के छात्रों टीचरो और कार्यरत लोगो रिक्शा चालकों और खोखे वालो का अभूतपूर्व योगदान है।