एक और साल आज़ादी जा आया, वही लोग वही बाते कुछ लगे है बंटवारों में कुछ को परवाह ही नही, न जाने कहाँ वो लोग चले गए क्यों हुआ आज़ाद ये देश एक तरफ देश को प्रेम है दूसरी तरफ हरऔरत की आबरू पर हाथ, बड़ी अजीब सी है सोच इंसानियत मर रही हर रोज़ तकलीफ़ में देश है सो रहे है लोग जब बात ख़तरे की आयी तब लगा दिए इल्ज़ाम कई कभी तू ग़लत, कभी मुझमे बुराई, अक़्सर यही बातें, जो समझ न आई, खुशियाँ मना रहे है आज़ाद है मेरा हिंदुस्तान खुद को भी आज़ाद करो इन जंजीरो से देश मेरे अकेले का नहीं ये सबसे मिलकर बना घर है हमारा। अच्छा लगेगा जब हर दिन आज़ादी का जशन हो, और मेरे साथ सभी बोले सारे जहां से अच्छा हिंदुस्तान हमारा! जय हिंद🇮🇳 ARMY BRAT😎 जय हिंद😎 #wordsbymac