वो जो कभी चश्म में रहा करता था, अब मुस्कान बन मेरे लबों पर ठहर गया है, वो जो कभी न जाने का वादा किया करता था, अब रुख़सत हो भी मुझमे ही निखर गया है| ख़ार था मैं उन लाल पंखुड़ियों वाले गुलाब का, नासमझ वो अब मेरे बिन अपूर्ण शबाब रह गया है, रात हूँ मैं इंतज़ार में, वो चाँद अमावस्या का, जागती आँखों में पूर्ण वो, अधूरा ख़्वाब रह गया है| #अधूरारहगया #collab #yqdidi #cinemagraph #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #vineetvicky #julyvibes #अपूर्ण