उसकी डोली उठी मेरा जनाजा उठा, फूल उस पर भी थे फूल मुझ पर भी थे! महफिल वहां भी थी लोग यहां भी थे, उनका हंसना वहां इनका रोना यहां! सहेलियां उसकी भी थी दोस्त मेरे भी थे, ताल उधर भी थी माहौल इधर भी था! वो सजके गई मुझे सजाया गया, वो उठकर गई मुझे उठाया गया! फर्क बस इतना था मेरे दोस्त, उसे अपनाया गया मुझे जलाया गया! ©Jatin Sharma✔ #actual_love #actuallity #Nowadays #secredlove #happening #crimestory