#OpenPoetry आज भी याद है मुझे वो हमारा पहली बार बात करना...❣ आज भी याद है मुझे मेरा वो दरिचे के पास बैठ कर होले से मुस्कुराना...❣ मुझे याद है आज भी वो तुम्हारा मुझे लड्डू कह कर पुकारना...❣ आज भी मैं चाय की चुशकी उससी दरिचे के पास बैठ कर लेती हूँ जाहा तुम्हारे साथ बैठ कर पहली दफ़ा चाय चखी थी...❣ हालाकी तुम वाहा थे और मैं याहा पर इस दूरी का एहसास जरा सा भी नहीं हुआ था...!! आज भी जब कोई मुझे तुम्हारे नाम से पुकारता है मैं अपने आँसूओ को छुपाते हुए हलका सा मुस्कुराती हूँ..❣ आज भी उन बीते लमहों को याद कर के पहले तो खुशी से फूले नहीं समाता हूँ और फिर चुपके से तकिये में चेहरा छिपाकर आंसूओ की धारा बहाती हूँ...❣ कैसे कह दु की भुल गई तुझे मैं आज भी तुझे ही अपने कविता में सजाति हूँ....♥ #OpenPoetry #aajbhiyaadhaimujhe #Nojotochallenge #Pyar #Yaadein