इत्तेफ़ाक ए इश्क़ love story last part खुशी का बर्थडे आने वाला था मैने सोचा बर्थडे पर खुशी को प्रपोज कर दूंगा आज खुशी का बर्थडे था मैने उसके लिए सबसे छुप के एक सरप्राइज प्लान किया था वहीं हमारे गार्डन में ..सब लोग खुशी को विश कर चुके थे एक मुझे छोड़ कर खुशी मुझसे नाराज थी क्युकी सुबह से उसे मिला तक नहीं था ना उसके बर्थडे पार्टी में गया था मैने उसका एक भी फोन नहीं रिसीव नी किया था शाम में 5 बजे मैने खुशी को msg गार्डन में आ जाओ nhi aayugi उसने कहा tumhe meri Kasam hai मैने कहा खुशी गार्डन में अाई देखते ही सरप्राइज हो गई ब्यूटीफुल वो बोली उसके चारो तरफ़ सिर्फ गुलाब थे सारी सजावट सिर्फ गुलाब से की गई थी खूबसूरत सा बर्थडे केक हैप्पी बर्थडे खुशी तुम्हारा बर्थडे कैसे भूल सकता हूं मैने उसे प्रपोज किया खुशी चिला कर बोली I love you आहान खुशी को मैने रिंग पहनाई उस पर A&K लिखा हुआ था खुशी बोली क्या आज ही सारी खुशियां दे देंगे मैने उसे किस करते हुए कहा ये तो बस शुरुआत है हम दोनों एक दूसरे के आंखों में देखकर सारी बाते समझ लेते थे ..हम दोनों छुप कर रोज मिलने लगे उसकी गोद में सर रख के सोने में को गजब का सुकून था एक टके उसे यूं ही पूरी रात देख सकता था पर वक्त हमेशा एक जैसा नहीं होता हमारी प्यार को नज़र लग गई एक दिन मम्मी ने मुझसे बोली आयान तू खुशी से दूर रहा कर पर मम्मी मै खुशी के बिना नहीं रह सकता मै उससे प्यार करता हूं मुझे कुछ नहीं सुनना आयान वो लडकी कभी इस घर में नहीं आएगी और हा आज के बाद तू खुशी से मिला तो मुझसे बुरा कोई नहीं होगा पर मै खुशी के बिना नहीं रह सकता ये सब बेकार की बाते है कुछ ही दिन में तू ठीक हो जाएगा तेरे लिए जब हुर की परी लायुगी तो मम्मी मैने जोर से चिलाया आयान तू अपने रूम में जा तभी खुशी का फोन आया तब तक मम्मी फोन रिसीव कर के बोली खुशी में आयान की मम्मी थोड़ी देर में मेरे घर आओ मुझे मिलना है