#mountain#बताने की तुमको ख्वाहिश अधूरी ज़िन्दगी तुमपे ठहर गई है।
दूर बहुत हम आ निकले हैं तुम तक साँसे ठहर गई है।
ये हर्फ़ मेरे पढ़ा करोगे,इश्क़ हमारा हुआ है तुमसे
सुनाएंगे तुमको ग़ज़ल हमारी,लिखी कभी जो ठहर गई है।
बताने की तुमको ख्वाहिश अधूरी ज़िन्दगी तुमपे ठहर गई है।
दीपा साहू प्रकृति
#Prakriti_#deepliner#Poetry