मुझे इंतज़ार रहेगा (अनुशीर्षक) ©Roopanjali singh parmar मुझे हमेशा से यही लगता रहा है कि तुम मुझसे प्रेम करते हो। इसके पीछे का कारण यह है कि तुमने हमेशा मुझे महत्व दिया है। अपनी व्यस्त ज़िन्दगी के बीच, हर काम के बीच मेरे लिए तुम्हारा समय निकालना मुझे यह एहसास कराता रहा है कि.. मैं तुम्हारे लिए खास हूँ। जब मैं तुम्हारे समीप होती हूँ तो मेरी हर छोटी-छोटी बात का तुम ख़्याल रखते हो। मेरी हिचकी मुझसे ज़्यादा तुम्हें परेशान करती है। आधा दिन निकल जाने के बाद भी अगर मैंने खाना नहीं खाया तो तुम मुझे टोक दिया करते हो। मैं किस से क्या बात करती हूँ, किसने मुझसे क्या कहा, रात को मेरी नींद कैसी रही.. इस सब का तुमको पूरा ख़्याल रहता है। मैं समय से सोती नहीं हूँ और फिर समय से जागती नहीं हूँ.. यह सब तुमको पसन्द नहीं.. जानती हूँ मैं। लेकिन इस सब के बाद भी तुमने यह कभी नहीं कहा कि तुम मुझसे प्रेम करते हो। नहीं! ऐसा नहीं है कि कहना ज़रूरी है.. मगर संभव हो सके तो ज़रूर कहना। फिर मैं अधिकार से बिना किसी असमंजस के "तुम सिर्फ मेरे हो" कह सकूंगी और मुझे यह अधिकार चाहिए।