वो हमारी गली में आए ही क्यों, इश्क के बादल आखिर छाए ही क्यों ! सुना है! मोहब्बत बांटो तो मोहब्बत मिलती है, फिर ये हमारे हिस्से में बेवफाई ही क्यों !! #_हमारी गली