वह पल भी कितना खूबसूरत होता है मां का गोद जन्नत के जैसा लगता है बचपन का वो पल भी कितना खूबसूरत होता था पापा घोड़ा बनते थे और हम उनके पीथ पर बैठे थे और टिक टिक घोड़ा कहते थे बचपन हमेशा सब को याद आती है बचपन का पल याद आ जाने के बाद अपने आप मुस्कान आ जाती है एक पल में क्या नहीं हो जाता कुछ मिल जाता है कुछ खो जाता है हक़ीक़त सपना हो जाती है सपना हक़ीक़त हो जाता है रोने वाला हंस देता है