क्यो ये उदासी चेहरे पर छाई है, सबको हसानें वाली लड़की, क्यो आज अंधेरों से टकराई है, हाँ समझ नहीं पाया कोई, तुम्हारे मन की व्यथा, इस लिए थक कर आज आँख भर आई है, पर क्या समझ पाएगे वो आंसु तुम्हारे क्योकि तुम्हारे अपनों ने ही चोट पहुंचाई है, पर करना है तुम्हे सामना, हर मुश्किल का डट कर, ये हिम्मत तुम्हे खुद में जगानी है, फिर लानी है वो मुस्कुराहट लंबों पर, जो हालातों ने तुम्हारे लबों से हटाई है। ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1080 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।