ख्यालों में इक तस्विर बनने लगीं, हवा छू के मुझे अब गुजरने लगीं।.. भवरों की तरह ऐसे छू कर गया, कि कली से मैं फूल बनने लगीं।.. तुफानों से लड़ी और टूटी नहीं पर, तेरी इक छुअन से बिखरनें लगीं। .. {Sabreen Nizam} ❤️💐#nojoto#love#sayari#tu#imagination#❤️