आज़माने दे मेरे बुरे वक्त को मुझे मैं भी तो देखू़ं मेरी हद कहाँ जा के बिखरती है। डर नहीं लगता अब खामोश हो जाने से मुझे क्यूँ की मेरी खामोशी से ही मेरी कविता में लय आती है। #aajmane